सदर अस्पताल बना शूटआउट पॉइंट! सिवान में एम्बुलेंस ड्राइवर ने साथी पर बरसाईं गोलियां, जान से मारने की धमकी हुई सच!
सिवान: जिले में अपराधियों के हौसले एक बार फिर बेखौफ नजर आए। शुक्रवार देर रात सिवान सदर अस्पताल के मुख्य गेट पर अचानक ताबड़तोड़ फायरिंग से अफरा-तफरी मच गई। फायरिंग की इस वारदात में एक युवक को दो गोलियां लगीं। घायल की पहचान भगवानपुर हाट थाना क्षेत्र के रामपुर कोठी निवासी कमल किशोर ठाकुर के पुत्र प्रदीप कुमार (30 वर्ष) के रूप में हुई है। गंभीर रूप से घायल प्रदीप को पहले सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां प्राथमिक उपचार के बाद हालत गंभीर देखते हुए डॉक्टरों ने पटना रेफर कर दिया।
घटना के पीछे पुराना विवाद:
प्राप्त जानकारी के अनुसार, घटना रात लगभग 12 बजे की है जब प्रदीप अस्पताल के पास खड़ा था। उसी दौरान एम्बुलेंस चालक मन्दन नामक युवक वहां पहुंचा और अचानक उस पर फायरिंग शुरू कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, दोनों के बीच लंबे समय से पेशेवर दुश्मनी चल रही थी। दोनों ही एम्बुलेंस चालक हैं और इसी को लेकर विवाद इतना गहरा गया कि मन्दन ने जानलेवा हमला कर दिया।
नगर थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर वारदात:
हैरत की बात यह है कि फायरिंग की यह घटना सिवान नगर थाना से महज 500 मीटर की दूरी पर हुई। जिस स्थान पर यह हमला हुआ वहां रातभर मरीज, तीमारदार और एम्बुलेंस की आवाजाही लगी रहती है, बावजूद इसके आरोपी ने बेधड़क गोलियां चलाईं और मौके से फरार हो गया।
पुलिस पर लापरवाही का आरोप:
घायल प्रदीप के परिजनों ने नगर थाना पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि प्रदीप ने पहले ही मन्दन से जान का खतरा होने की लिखित सूचना थाने को दी थी, लेकिन समय रहते कोई कार्रवाई नहीं की गई। अगर पुलिस तत्परता दिखाती, तो आज यह वारदात नहीं होती।
एसपी ने खुद संभाला मोर्चा:
घटना की सूचना मिलते ही सिवान एसपी मनोज कुमार तिवारी स्वयं मौके पर पहुंचे और चार थानों की पुलिस टीम के साथ जांच शुरू कर दी। घटनास्थल से दो खोखे भी बरामद किए गए हैं। एसपी ने घायल से पूछताछ की और बताया कि आरोपी मन्दन पूर्व में भी जेल जा चुका है और फिलहाल जमानत पर बाहर था। उसकी गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी जारी है।
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